भारत ने कृषि कानूनों पर चर्चा को लेकर ब्रिटिश संसद में जताया कड़ा विरोध

भारत ने कृषि कानूनों पर चर्चा को लेकर ब्रिटिश संसद में जताया कड़ा विरोध यह किसी अन्य लोकतांत्रिक देश की राजनीति में पूरी तरह से दखलंदाजी है । ब्रिटिश सरकार तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे ब्रिटिश सांसदों से वोट बैंक की राजनीति से दूर रहने की सलाह दी ।
भारत ने ब्रिटिश संसद में मंगलवार को कृषि कानूनों पर चर्चा को लेकर कड़ा विरोध जताया । कहा की भारत ने कृषि कानूनों पर चर्चा को लेकर ब्रिटिश संसद में जताया कड़ा विरोध यह किसी अन्य लोकतांत्रिक देश की राजनीति में पूरी तरह से दखलंदाजी है । ब्रिटिश सरकार तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे ब्रिटिश सांसदों से वोट बैंक की राजनीति से दूर रहने की सलाह दी केंद्र सरकार ने ब्रिटिश हाई कमिश्नर को तलब किया और ब्रिटिश संसद में हुई चर्चा को लेकर अपनी कड़ा आपत्ति दर्ज की । मंगलवार को विदेश सचिव ने ब्रिटिश उच्चायुक्त को तलब किया और ब्रिटिश संसद में भारत के कृषि सुधारों पर बहस को अवांछित और विवादास्पद बताते हुए सख्त ऐतराज जताया । उन्होंने तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे ब्रिटिश सांसदों से वोट बैंक की राजनीति से दूर रहने की सलाह दी । विदेश सचिव ने ब्रिटिश सरकार को यह स्पष्ट कर दिया है कि यह किसी अन्य लोकतांत्रिक देश की राजनीति में पूरी तरह से दखलंदाजी है । खासकर सहयोगी लोकतंत्र के बारे में ऐसी कवायद को लेकर आगाह किया ।